Friday, April 5, 2013

जो नहीं जानता 5 रूपये की कीमत

जो नहीं जानता 5 रूपये की कीमत
वो मेरे देश के सिंहासन पे बैठने का हक नहीं रखता
कीचड़ से होता हुआ वो 2 किलोमीटर चल के
बस स्टॉप पे पहुँचता है
पसीने से लदफद
जेब में हाथ डालता है ..मुस्कुराता है ..5 रूपये बचा लिए|
AC की बस में 25 रूपये किराया है
15 मिनट खड़ा रहता है, दूसरी बस में 20 रूपये किराया है
देर से ऑफिस पहुँचता है ,
बॉस डांटता है .. वो जेब पे हाथ रख के मुस्क्रुरता है .. 5 रूपये बचा लिए |
दोपहर को एक रोटी कम खता है ,
पेट पे हाथ रख के मुस्कुराता है – 5 रूपये बचा लिए |
दोस्त की खुशामद करता है .. और (2.50 ) ढाई रूपये बचा लिए |
शाम की चाय के और बच गए,
17.50- साढे सत्तरहा रूपये बचाए हैं आज उसने 
आज वो वादा निभाएगा …शाम को लेके जाएगा मुन्ने की मिठाई ..
आम आदमी को इतने करीब से जो नहीं जनता,
जो नहीं जानता 5 रूपये की कीमत
वो मेरे देश के सिंहासन पे बैठने का हक नहीं रखता |